मुगलकालीन जन-जीवन Life in the Mughal Period

1. खाली स्थान की पूर्ति कीजिए
1.मुगलकाल में शासन का सर्वाेच्च बादशाह होता था ?
2. मुगलकाल में छत्तीसगढ़ में कल्चुरी वंश का शासन था ।
3.कृषि मुगल काल के लोगों का मुख्य व्यवसाय था।
4. दिल्ली के लाल किला का निर्माण शाहजहाँ ने कराया था।

2. प्रश्नों के उत्तर दीजिए
1 सत्रहवीं शताब्दी में किस उद्योग का विशेष विकास हुआ ?
उत्तरः सत्रहवीं शताब्दी में कपड़ा उद्योग का विशेष विका हुआ।
2. बहते पानी का उपयोग करना किस काल की विशेषता थी ?
उत्तरः बहते पानी का उपयोग करना जहाँगीर के काल विशेषता थी ।
3 बादशाह अकबर की राजधानी कहाँ थी ?
उत्तरः अकबर की राजधानी दिल्ली थी
4. सफेद संगमरमर का प्रयोग किसके काल में किया गया ?
उत्तरः सफेद संगमरमर का प्रयोग शाहजहाँ के शासन काल में किया गया था ।
5. मुगल सम्राट व्यक्तिगत विचार-विमर्श किस स्थान पर करते थे ?
उत्तरः मुगल सम्राट व्यक्तिगत विचार विमर्श दीवाने – ए खास में किया करते थे ।
6. प्रसिद्ध शालीमार बाग कहाँ है ?
उत्तरः- प्रसिद्ध शालीमार बाग लाहौर में स्थित है
7 मुगलकालीन समाज कितने वर्गों में बँटा था ?
उत्तरः उत्तर मुगलकालीन समाज चार वर्गों में बँटा था-
( 1 ) बादशाह और उनका शाही परिवार- बादशाह शासन का सर्वाेच्च होता था ।
( 2 ) अमीर – दरबार में ऊँचे पदों पर आसीन लोग – मंत्री , सेनापति , प्रांतपति आदि ।
( 3 ) मध्यवर्ग – छोटे अधिकारी , सैनिक , व्यापारी आदि ।
( 4 ) निम्नवर्ग किसान , कारीगर , दलित वर्ग , सेवक आदि ।

8 मुगलकालीन वेशभूषा कैसी थी ?
उत्तरः हिन्दू और मुसलमान पुरुषों की पोशाकें आमतौर पर एक जैसी होती थीं शहर एवं गाँवों के पहनावे में अंतर था । धोती , पायजामा , कुरता ,
सलवार , साड़ी प्रमुख रूप से भारतीय परिधान थे मुसलमान सिर पर टोपी पहनते थे ।
9. मुगलकालीन व्यवसाय क्या-क्या था ?
उत्तरः –

इस समय खेती के अतिरिक्त अन्य व्यवसाय भी जड़ें जमा चुके थे । सत्रहवीं शताब्दी में कपड़ा उद्योग का विशेष विकास हुआ । ढाका की मलमल , बनारस की जरी का काम , बंगाल , बिहार व गुजरात के सूती वस्त्र , कश्मीर के ऊनी कपड़े विश्व प्रसिद्ध थे । विदेशी व्यापारी भारत से सूती कपड़े , नील , अफीम , तथा काली मिर्च ले जाते थे ।

10. मुगलकाल में कौन-कौन से त्यौहार बनाये जाते थे ?
उत्तर- उस समय के प्रमुख त्यौहार थे – दशहरा , दीपावली , होली , इंद , नौरोज , मुहर्रम आदि ।
11. मुगलकाल में छत्तीसगढ़ में सामाजिक एवं धार्मिक स्थिति का वर्णन कीजिए।
उत्तरःसामाजिक स्थिति:-

छत्तीसगढ़ में सामाजिक भेदभाव नहीं दिखाई पड़ता था। ब्राम्हणों को ऊँचा स्थान प्राप्त था। वे राजगुरु , ज्योतिषी तांत्रिक एवं पुरोहित थे । हिन्दु और मुसलमानों की पोषाकें आमतौर पर एक जैसी थीं । मुगलकाल में ही छत्तीसगढ़ में कबीर पंथ का आगमन हुआ । छत्तीसगढ़ के गाँव – गाँव में कबीर पंथ का प्रचार हुआ । जिससे यहाँ का जनजीवन प्रभावित हुआ
धार्मिक स्थितिः

इस समय कल्चुरियों के शासन काल में छत्तीसगढ़ में देवीपूजा ( शक्ति ) प्रारंभ हुई जो पूरे राज्य में फैल गई । । महामाया ( शक्ति ) के अतिरिक्त बम्लेश्वरी देवी ( डोंगरगढ़ ) और दंतेश्वरी ( दंतेवाड़ा ) शक्ति पूजा एवं राजीव न लोचन ( राजिम ) दुग्धाधारी मंदिर ( रायपुर ) श्रद्धा केन्द्र के रूप में स्थापित हुए । गाँवों में माता देवाला का विशिष्ट महत्व रहा है ।
12. मुगलकालीन स्थापत्य कला की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तरः उत्तर- मुगलकाल में स्थापत्य ( वास्तु ) कला में अद्वितीय प्रगति हुई । इसकी विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
( 1 ) मुगल कालीन वास्तुकला में पारम्परिक भारतीय कला तथा ईरानी व मध्य एशियाई कला का सुन्दर मिश्रण दिखाई देता है ।
( 2 ) इमारतों का अनुपात , भव्यता तथा सुन्दरता और इमारतों के चारों ओर उद्यान इस कला की विशेषता है ।
( 3 ) ऊँचे चबूतरे पर बनी इमारतों के निर्माण में लाल व सफेद संगमरमर के पत्थर , फूल – पत्तों की नक्काशी , इमारतों के पत्थरों में नक्काशीदार जाली , दुहरे गुबंद , अर्द्ध गुम्बद आदि मुगलकालीन इमारतों की विशेषता है ।
( 4 ) इस युग की महत्वपूर्ण स्थापत्य कला है- बुलंद दरवाजा , दीवाने – ए – खास , ताजमहल , मयूर सिंहासन , जामा मस्जिद , लाल किला आदि ।

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