पाठ का अनुवाद
एकस्मिन् ग्रामे जगत्पालो नाम एकः सज्जनो वसतिस्म। तस्य परिवारः सीमित परिवारः अस्ति ।
तस्य पत्नी कला अस्ति । जगत्पालः सप्तत्रिंशद्वर्षीयः कला द्वात्रिंशद्वर्षीया च स्तः ।
जगत्पालस्य हृदयमतीवोदारं, कलायाः स्वभावश्चातीव मधुरो विद्यते । तौ दम्पती सुखेन निवसतः।
(एक गांव में जगतपाल नाम का एक सज्जन रहता था। उसका परिवार छोटा परिवार है। उसकी पत्नि का नाम कला है।
जगतपाल सैतिस वर्ष का और कला बत्तीस वर्ष की है। जगतपाल का ह्दय बहुत उदार है, कला स्वाभाव से अत्यंत सरल है ,
वे दोनों पति-पत्नि सुख पूर्वक रहते हैं। )
तयोः द्वे सन्तती स्तः । एकस्तनयः एका तनया च। तनयस्य नाम सुरेशः तनयाश्च नाम प्रतिभा अस्ति ।
(उनकी दो संताने है। एक पुत्र और पुत्री। पुत्र का नाम सुरेश और पुत्री का नाम प्रतिभा है। )
सुरेशः एकादशवर्षीयः प्रतिभा सप्तवर्षीया च । सुरेशः सप्तम्-कक्षायां पठति प्रतिभा तृतीय-कक्षायां च ।
(सुरेश ग्यारह साल का है। और प्रतिभा सात साल की । सुरेश सातवीं कक्षा में पढ़ता है। और प्रतिभा तीसरी कक्षा में पढ़ती है। )
आम्रनिम्बकादिवृक्षैः आच्छादितं जगतपालस्य गृहमत्यन्तं रमणीयं वर्तते । जगत्पालः एकः योग्यः कुशल-कृषकः ।
सः सर्वदा कृषि कर्मणि व्यापृतः स्वकर्त्तव्यं पालयति । सः परिश्रमं कृत्वा स्वक्षेत्रे पर्याप्तमन्नं शाकं फलं च उत्पादयति । तस्य गृहे एका श्वेत-वर्णा धेनुः वर्तते । सा दुग्धं ददाति ।
(आम और नीम के पेड़ से घिरा जगतपाल का घर बहुत संुदर लगता है। जगतपाल एक योग्य और कुशल किसान है। वह हमेशा कृषि कर्यो में लगा हुआ अपने कर्तव्य का पालन करता है। वह मेहनत करके अपने खेत में भरपूर अन्न, सब्जी व फल उत्पन्न करता है। उसके घर में एक सफेद रंग की गाय है । वह दूध देती है। )
सुरेशः प्रतिभा च स्वास्थ्यप्रदं पुष्टिप्रदं च भोजनं कुरुतः । तयोः आहारे शाकस्य फलस्य चाधिक्यं वर्तते । तौ भ्रातृभगिन्यौ यथेच्छं दुग्धं पिबतः ।
स्वच्छानि वस्त्राणि परिधाय प्रसन्नौ स्वस्थौ तौ मातरं पितरं च प्रणम्य पठनाय स्व विद्यालयं प्रति गच्छतः ।
(सुरेश और प्रतिभा स्वास्थ्य वर्द्धक और पुष्टिवर्द्धक भेजन करते हैं उनके भेजन में सब्जी व फल की मात्रा अधिक होती है। दोनों भाई-बहन इच्छानुसार दूध पीते हैं । साफ कपड़े पहनकर स्वस्थ्य व प्रसन्न वे दोनों अपने माता और पिता को प्रणाम करके प़ने के लिए अपनी शाला जाते हैं। )
कला एका स्वस्था आदर्शभूता च गृहिणी अस्ति । पति जगत्पालोऽपि स्वपत्नीं कलां बहु मन्यते ।
अनेन कारणेन परस्परस्नेह-सौहार्द्रबध्दः अयं लघुपरिवारः एकः आदर्शपरिवारः ।
आहारस्य वस्त्रस्य गृहस्य च व्यवस्था लघुपरिवारे एव समुचितरूपेण भवति ।
लघुपरिवारेणैव समाजस्य राष्ट्रस्य च कल्याणं भवितुम् अर्हति ।
(कला एक स्वस्थ्य व आदर्श गृहणी है। पति जगतपाल भी अपनी पत्नि कला को बहुत मानते हैं। इस कारण परस्पर प्रेम और सौहार्द्र से युक्त यह परिवार एक आदर्श परिवार है। आहार, वस्त्र और धर की व्यवस्था छोटे परिवार में ही समुचित रूप से होता है। छोटे परिवार में ही राष्ट्र का कल्याण होता है। )
1. निम्नांकित प्रश्नों के उत्तर संस्कृत भाषा में दीजिए ।
क जगत्पालस्य हृदयं कीदृशम् अस्ति ? (जगतपाल का हृदय कैसा है?)
उत्तरः जगत्पालस्य हृदयमतीवोदारं (जगतपाल का ह्दय बहुत उदार है)
ख. प्रतिभा कस्यां कक्षायां पठति ? (प्रतिभा कौन सी कक्षा में पढ़ती है )
उत्तरः प्रतिभा तृतीय-कक्षायां पठति (प्रतिभा सातवीं कक्षा में पढ़ती है। )
ग. कीदृशः परिवारः सुखीपरिवारः ?(किस प्रकार का परिवार सुखी है )
उत्तरः लघु परिवारः एव सुखी परिवारः (छोटा परिवार सुखी परिवार है)
घ. कला कीदृशी गृहिणी आसीत् ?( कला कैसी गृहणी है?)
उत्तरः कला एका स्वस्था आदर्शभूता च गृहिणी अस्ति (कला एक स्वस्थ्य और आदर्श गहणीं है)
2. खाली स्थान पूर्ण कीजिए –
क. तयोः शाकस्य फलस्य आहारे चाधिक्यं वर्तते ।
ख. जगत्पालस्य गृहम् अत्यन्तम् रमणीयं वर्तते।
3. संस्कृत में अनुवाद कीजिए ।
क. जगत्पाल का हृदय उदार है।
उत्तरः जगत्पालस्य हृदयम् उदारम् अस्ति।
ख. उसकी पत्नी का नाम क्या है ?
उत्तरः तस्य भार्यायाः नाम किं अस्ति ?
ग. उसके पुत्र का नाम सुरेश है ।
उत्तरः तस्य तनयस्य नाम सुरेशः अस्ति।
घ. सुरेश किस कक्षा में पढ़ता है ?
उत्तरः सुरशः कस्यां कक्षायां पठति ?
ङ. यह छोटा परिवार है।
उत्तरः एषः लधु परिवारः अस्ति ।
4. निम्न का संधि विच्छेद कीजिए ।।
क. तनयाश्च तनयाः + च
ख. जगत्पालोऽपि जगतपाल +अपि
ग. एकस्तनयः एकः + तनयः
घ. परिवारेणैव परिवारेण + एव
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