Chhatralap

छात्रालाप

शब्दार्थ
भोः मित्र – हे मित्र
त्वं – तुम
कक्षायां – कक्षा में
पठामि- पढ़ता हूँ
पठसि-पढ़ते हो
पठन्ति – पढ़ते हैं।
अहं-मै
कस्यां कक्षायाम-किस कक्षा में ?
आचार्यास्य-शिक्षक का
का, कति-कितना
चत्वांरिंशत -चालीस पठसि पढ़ते हो
पच्चाशत- पचास
छात्रालाप
वासुदेवः भोः मित्र! त्वं कस्यां कक्षायां पठसि?
हे मित्र! तुम किस कक्षा में पढ़ते हो?
सुरेशः मित्र! अहं षष्ठ्यां कक्षयां पठामि।
त्वं कस्यां कक्षायां पठसि?
मै छठवीं कक्षा में पढ़ता हूँ । तुम कौन सी कक्षा में पढ़ते हो?
वासुदेवः अहं सप्तम्यां कक्षयां पठामि।
मै सातवीं कक्षा में पढ़ता हूँ
सुरेशः तव कक्षयाः आचार्यस्य किं नाम अस्ति।
तुम्हारे कक्षा शिक्षक का क्या नाम है ?
वासुदेवः मम कक्षायाः आचार्यस्य नाम ज्ञानानन्दः अस्ति।
तव कक्षायाः आचार्यस्य नाम?
मेरे कक्षा शिक्षक का नाम ज्ञानानन्द है।
सुरेशः मम कक्षयाः आचार्यस्य नाम परमानन्दः अस्ति ।
मेरे कक्षा शिक्षक का नाम परमानन्द है।
वासुदेवः तव कक्षयां कति छात्राः पठन्ति?
तुम्हारी कक्षा में कितने छात्र पढ़ते हैं?
सुरेशः मम कक्षयां चत्वांिशत् छात्रा पठन्ति।
तव कक्षयाम् च ?
मेरी कक्षा में चालीस छात्र पढ़ते हैं । और तुम्हारी कक्षा में ?
वासुदेवः मम कक्षयां पच्चाशत छात्राः पठन्ति।
मेरी कक्षा में पचास छात्र पढ़ते हैं।

इसमें दी गई सामग्रियों का छ भाषाओं में अनुवाद प्राप्त कर सकते हैं । इससे अंग्रेजी माध्यमों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को सुविधा होगी। साथ ही साथ दूसरी भारतीय भाषाओं में भी इसे अनुवाद कर समझा जा सकता है।इसके लिए ऊपर टॉप पर भारत के राष्ट्रीय झंडे के आईकन के साथ भाषा का चुनाव कर इसे दिए गए भाषाओं में अनुवाद कर सकते हैं।

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