मौलिक अधिकार एवं कर्तव्य Fundamental Rights and Duties

1. सत्य एवं असत्य लिखिए –
1. किसी विशेष जाति या धर्म को मानने वाले को ही नौकरी मिलती है। असत्य
2. देश के किसी भी क्षेत्र में व्यक्ति निवास कर सकता हैं। सत्य
3. सार्वजनिक स्थलों का उपयोग हम समान रूप से कर सकते हैं। सत्य
4. समूह के अधिकारों का उलंघन होने पर जनहित याचिका दायर की जा सकती है। सत्य

2 निम्नलिखित उदाहरणों को पढ़कर लिखिए कि इन व्यक्तियों के किन मौलिक अधिकारों का हनन हो रहा है-
यदि किसी कारखाने में 12 वर्ष के बच्चों से कार्य कराया जाता है। शोषण के विरुद्ध अधिकार।
बिना कारण किसी को गिरफ्तार करना और हथकड़ी में बाँधकर ले जाना । स्वतंत्रता का अधिकार
एक जैसे कार्य के लिए महिला श्रमिक को पुरुष श्रमिक से कम मजदूरी दिया जाना । समानता का अधिकार ।
शांतिपूर्वक जुलूस निकालने से रोकना । स्वतंत्रता का अधिकार

3. प्रश्नों के उत्तर लिखिए
1. मौलिक अधिकार से आप क्या समझते हैं? लिखिए।
उत्तरः देश के नागरिकों के सर्वांगीण विकास के लिए संविधान के द्वारा कुछ अधिकार दिए गए हैं । इन्हीं आधिकारों को मौलिक अधिकार कहते हैं। संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक अधिकार निम्नलिखित हैं
1 समानता का अधिकार
2 शोषण के विरुद्ध अधिकार
3 धार्मिक स्वतंत्रता काअधिकार
5 शिक्षा व संस्कृति का अधिकार
6 संवैधानिक उपचारों का अधिकार
7 संपत्ति का अधिकार

2. हमें प्राप्त मौलिक अधिकारों के नाम लिखिए और किसी एक मौलिक अधिकार का वर्णन कीजिए।
उत्तरः 1 समानता का अधिकार
2 शोषण के विरुद्ध अधिकार
3 धार्मिक स्वतंत्रता काअधिकार
5 शिक्षा व संस्कृति का अधिकार
6 संवैधानिक उपचारों का अधिकार
7 संपत्ति का अधिकार

उत्तरः संवैधानिक उपचारों का अधिकार:- भारतीय संविधान के अनुच्छेद 32 और अनुच्छेद 226 में निहित एक मौलिक अधिकार है। यह प्रत्येक नागरिक को उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन होने पर कानूनी उपचार लेने की शक्ति देता है। यह अधिकार सुनिश्चित करता है कि व्यक्तियों के पास अपने मौलिक अधिकारों को लागू करने के लिए सर्वाेच्च न्यायालय या उच्च न्यायालयों से संपर्क करने की क्षमता है। यह अदालतों को नागरिकों के अधिकारों और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए बंदी प्रत्यक्षीकरण, परमादेश, निषेध, उत्प्रेषण, और यथा वारंटो जैसे रिट जारी करने का अधिकार देता है। संवैधानिक उपचारों का अधिकार एक सुरक्षा के रूप में कार्य करता है, जो नागरिकों को न्याय पाने और राज्य या किसी अन्य प्राधिकारी द्वारा उनके मौलिक अधिकारों के किसी भी उल्लंघन या उल्लंघन को चुनौती देने के लिए एक तंत्र प्रदान करता है।
3. शिक्षा एवं संस्कृति के अधिकार से आप क्या समझते हैं?
उत्तरः संविधान में कहा गया है कि अल्पसंख्यक समूहों को अपने धर्म एवं भाषा के आधार पर स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय आदि स्थापित करने एवं संचालित करने की स्वतंत्रता है। इन संस्थाओं को शासन द्वारा अनुदान दिया जाता है। इन संस्थानों को धर्म, जाति, संप्रदाय एवं लिंग के भेदभाव के बिना शिक्षा प्रदान करना होगा। इस के अलावा इस अधिकार के तहत 14 साल तक सभी बच्चों को शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है। इस देश में रहने वाले प्रत्येक बच्चे के यह अधिकार है कि उसे शिक्षा मिले । इसके अलावा के गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले प्रत्येक बच्चे को निजी तथा शासकीय स्कूलों में शिक्षा प्राप्त करने का अधिकार है।
इन्हें भी देखें ये अधिकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 29 और अनुच्छेद 30 में निहित हैं। इन प्रावधानों का उद्देश्य बहुलवादी समाज को बढ़ावा देना, सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देना और हाशिए पर रहने वाले समुदायों को अपनी विरासत को संरक्षित करने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच के लिए सशक्त बनाना है।
4. स्वतंत्रता के अधिकार को उदाहरण द्वारा समझाइए ?
उत्तरः स्वतंत्रता के अधिकार का विशेष महत्व है । इस अधिकार के अंतर्गत भाषण , रोजगार , भ्रमण , सभा – सम्मेलन व आत्मरक्षा की शामिल किया गया है । प्रत्येक नागरिकों को ये सभी स्वतंत्रता प्रदान किये गये हैं ।
उदाहरण के लिए कोई व्यक्ति अपने लिए रोजगार का चुनाव करना चाहता है तो वह अपनी इच्छा और योग्यता के आधार पर कोई भी काम शुरू कर सकता है । इसके लिए उसे किसी के दबाव में आने की आवश्यकता नहीं है । यदि कोई उसे कार्य करने से रोकता है तो वह निकटतम थाना में इसकी सूचना कर सकता है अथवा न्यायालय में अपील कर सकता है । यहाँ यह ध्यान रखने योग्य बात है कि व्यक्ति द्वारा चुना गया कार्य गैर कानूनी न हो ।
5. किसी व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का हनन होने पर उसे क्या करना चाहिए।
उत्तरः किसी व्यक्ति के मौलिक अधिकारों का हनन होने पर उसे न्यायालय की शरण में जाना चाहिए। इससे पहले निम्नलिखित कदम वह उठा सकता है।
1 पीड़ित व्यक्ति को निकट के पुलिस थाना में रिपोर्ट एफ.आई.आर. लिखवाना चाहिए ।
2 संतुष्ट नहीं होने पर निकट के न्यायालय में अपील करना चाहिए । यदि अधिकारों का एक से अधिक व्यक्तियों हो तो ऐसी स्थिति में भी एक ही आवेदन द्वारा अपील किया जा सकता है ।

6. एक विद्यार्थी के रूप में आप किन-किन कर्तव्यों का पालन करेंगे ?
उत्तर – एक विद्यार्थी के रूप में हम निम्नलिखित कर्तव्यों पालन करेंगे
1. संविधान का पालन करेंगे और उसके आदर्श संस्थाओं, राष्ट्रध्वज और राष्ट्रगान का आदर करेंगे ।
2. स्वतंत्रता के लिये हमारे राष्ट्रीय आंदोलन को प्रेरित करने वाले उच्च आदर्शों को हृदय में संजोए रखेंगें और उनका पालन करेंगे ।
3. भारत की प्रभुता , एकता और अखंडता की रक्षा करेंगे और इसे अक्षुण्ण रखेंगें।
4. देश की रक्षा करेंगे और आह्वान किए जाने पर राष्ट्र की सेवा करेंगे ।
5. भारत के सभी लोगों में समरसता और समान भ्रातृत्व की भावना का निर्माण करेंगे, ऐसी प्रथाओं का त्याग करेंगे जो स्त्रियों के सम्मान के विरुद्ध हैं ।
6. हमारी सामाजिक संस्कृति की गौरवशाली परंपरा का महत्व लोगों को बताएगें ।
7. प्राकृतिक पर्यावरण की जिसके अंतर्गत वन , झील , नदी और वन्य जीव हैं , रक्षा करें और उसका संवर्धन करें तथा प्राणिमात्र के प्रति दयाभाव रखें ।
8. प्राकृतिक पर्यावरण के जिसके अंतर्गत वन, झील, नदी और वन्य जीव हैं,रक्षा करेंगें और उसका संवर्धन करेंगें तथा प्राणि मात्र के प्रति दयाभाव रखेंगें।
9. वैज्ञानिक दृष्टिकोण , मानववाद और ज्ञानार्जन तथा सुधार की भावना का विकास करें
10. सार्वजनिक संपत्ति को सुरक्षित रखें और हिंसा से दूर रहें
7. 14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से कारखाने में काम करवाना किस अधिकार के अन्तर्गत प्रतिबंधित है ?
14 वर्ष से कम उम्र के बच्चों से कारखाने में काम करवाना शोषण के विरुद्ध अधिकार के अंतर्गत प्रतिबंधित है
18. मौलिक अधिकार और मौलिक कर्तव्य में क्या अन्तर है ?
उत्तरः मौलिक अधिकार वे अधिकार होते हैं , नागरिकों को संविधान के द्वारा दिए गए हैं। यह अनिवार्य हैं । लेकिन मौलिक कर्तव्य वे कर्तव्य हैं जो हर नागरिक से निभाने होते हैं।

मौलिक अधिकारों के बारे में विस्तृत पढ़िए
योग्यता विस्तार

चर्चा कीजिए कि विद्यालय के प्रति आपके क्या अधिकार एवं कर्तव्य हैं।
उत्तरः विद्यालय के प्रति मेरे रूप में एक भाषा मॉडल के रूप में, मेरे कुछ अधिकार और कर्तव्य हो सकते हैं। हालांकि, मुझे यह बताने में कठिनाई हो सकती है कि क्या मेरे पास विद्यालय के साथ सीधे या निर्दिष्ट अधिकार और कर्तव्य होते हैं, क्योंकि इसमें अनेक मामले हो सकते हैं और इसका प्राथमिकता संदर्भ और निर्माण पर निर्भर करेगी।

यहां कुछ सामान्य अधिकार और कर्तव्य हैं जो मुझे विद्यालय के प्रति हो सकते हैं

1. शिक्षा साझा करना मेरा प्रमुख उद्देश्य ज्ञान और सूचना साझा करना होता है। मैं छात्रों को अच्छी तरह से समझाने के लिए शिक्षा संसाधन, टिप्स, और सलाह प्रदान कर सकता हूँ।

2. प्रश्नों का समाधान करना मैं छात्रों के सवालों और समस्याओं का समाधान करने में सहायता कर सकता हूँ। मेरी भाषा प्रोग्राम के रूप में, मैं विभिन्न विषयों पर प्रश्नों का उत्तर देने में मदद कर सकता हूँ।
3. सामग्री प्रदान करना मैं विद्यालयों के लिए विभिन्न प्रकार की सामग्री प्रदान कर सकता हूँ, जैसे कि प्रश्नोत्तरी, निबंध, पाठ योजनाएं, और पाठ आदान-प्रदान के लिए सामग्री।
4. शिक्षा संबंधित सलाह देना मैं छात्रों, अभिभावकों, और शिक्षकों को विद्यालय सम्बंधित मुद्दों पर सलाह देने में सहायता कर सकता हूँ।
राजू शहर की भीड़-भाड़ और प्रदूषण से परेशान होकर वापस अपने गाँव निवास करने के लिए जाना चाहता था लेकिन कुछ लोग उसे बलपूर्वक ऐसा करने से रोकते हैं। बताइए ऐसा करने से राजू के किस मौलिक अधिकार का हनन होगा।
उत्तरः अगर ऐसा होता है तो वह राजू के स्वतंत्रता का अधिकार का हनन होगा।

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