क्या जयचंद वास्तव में गद्दार था?
हम रोज़मर्रा की बातचीत में अक्सर जयचंद का नाम एक गद्दार के रूप में सुनते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोकप्रिय कथाओं में उन्हें गलत …
Notes for CG Board
हम रोज़मर्रा की बातचीत में अक्सर जयचंद का नाम एक गद्दार के रूप में सुनते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि लोकप्रिय कथाओं में उन्हें गलत …
महाराजा रणजीत सिंह प्रारंभिक जीवन महाराजा रणजीत सिंह, जिन्हें पंजाब का शेर कहा जाता है, 1799 से 1839 तक सिख साम्राज्य के संस्थापक और शासक …
– अप्रैल 1848 में, दीवान मूलराज के नेतृत्व में मुल्तान में अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह भड़क उठा। – यह विद्रोह पूरे पंजाब में फैल गया, …
अंगलो-सिख युद्ध 19वीं सदी के मध्य में सिख साम्राज्य और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच दो लड़ाईयां हुई। एक 1845 से 1846के बीच हुई …
पानीपत की तीसरी लड़ाई 18वीं सदी के भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना, पानीपत की तीसरी लड़ाई थी जो 14 जनवरी, 1761 को हुई थी। …
संभाजी महाराज कौन है? फिल्म छावा छत्रपति शिवाजी महाराज के बेटे संभाजी महाराज की कहानी कहता है। एतिहासिक साक्ष्यों के आधार पर शंभाजी महाराज का …
विनायक दामोदर सावरकर ने एक किताब 1909 में लिखी थी जिसका शीर्षक था भारतीय स्वतंत्रता का पहला युद्ध इससे पहले ब्रिटिश इसे विद्रोह या 1857 …
18वीं सदी के अंत और 19वीं सदी की शुरुआत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा साम्राज्य के बीच कुल तीन एंग्लो-मराठा युद्ध लड़े गए। …
दूसरा एंग्लो-मराठा युद्ध (1803-1805) ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा संघ के बीच एक महत्वपूर्ण संघर्ष था। इसके परिणामस्वरूप अंग्रेजों को प्रमुख क्षेत्रीय लाभ प्राप्त …
प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध (1775-1782) प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध (1775-1782) ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा संघ के बीच पहला बड़ा संघर्ष था। यह मराठा उत्तराधिकार विवाद …