तीसरा आंग्ल-मराठा युद्ध (1817-1818)
18वीं सदी के अंत और 19वीं सदी की शुरुआत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा साम्राज्य के बीच कुल तीन एंग्लो-मराठा युद्ध लड़े गए। …
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18वीं सदी के अंत और 19वीं सदी की शुरुआत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा साम्राज्य के बीच कुल तीन एंग्लो-मराठा युद्ध लड़े गए। …
दूसरा एंग्लो-मराठा युद्ध (1803-1805) ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा संघ के बीच एक महत्वपूर्ण संघर्ष था। इसके परिणामस्वरूप अंग्रेजों को प्रमुख क्षेत्रीय लाभ प्राप्त …
प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध (1775-1782) प्रथम आंग्ल-मराठा युद्ध (1775-1782) ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा संघ के बीच पहला बड़ा संघर्ष था। यह मराठा उत्तराधिकार विवाद …
मैसूर साम्राज्य और ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी तथा उनके सहयोगियों के बीच हुए श्रृखलाबद्ध लड़ाई हुई थी जिसे एंग्लो-मैसूर लड़ाई के नाम से जाना जाता …
29 मई, 1658 को लड़ी गई सामूगढ़ की लड़ाई मुगल उत्तराधिकार युद्ध में एक महत्वपूर्ण घटना थी। शाहजहाँ की बीमारी के बाद, उसके बेटों के …
महाराणा प्रताप कौन थे? महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया (9 मई 1540 – 19 जनवरी 1597), जिन्हें महाराणा प्रताप के नाम से जाना जाता है, उत्तर-पश्चिमी …
यह लड़ाई भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना थी जो 18 जून, 1576 को मेवाड़ के राणा महाराणा प्रताप की सेनाओं और अंबर के …
किसके बीच लड़ाई लड़ी गई थी? 5 नवंबर, 1556 को लड़ी गई पानीपत की दूसरी लड़ाई अकबर के रीजेंट बैरम खान के नेतृत्व में मुगल …
कन्नौज की लड़ाई भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ बात करते हैं अफगान शासक शेरशाह सूरी की जिसने देश को 16 वीं सदी में दो …
चौसा की लड़ाई 26 जून, 1539 में लड़ी गई। यह युद्ध शेर शाह सूरी (तब शेर खान के नाम से जाना जाता था) और मुगल …