छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। क्योंकि 27 लाख हेक्टयर में धान की पैदावर होती है। रायपुर में 55.4 लाख हैक्टयर उपजाउ भूमि है। यहां की प्रमुख फसल और बहुतायत में धान होने के कारण इसे धान का कटोरा कहा जाता है। वैसे छत्तीसगढ़ में घूमने फिरने के लिए कई जगहें हैं यहां हम छत्तीसगढ़ की 10 चुनिंदा जगहों के बारे में जानेगें जिसे देखने के लिए लोग हर साल आते हैं जानते हैं वे कौन-कौन
1 गरियाबंद जतमई घटारानी वाटरफाल के साथ मंदिर
कोरबा का चौतुरगढ़ छत्तीसगढ़ का कष्मीर- महिषासुर मर्दिनी माता मंदिर यहां एक पुराना किला चतुर गढ़ है। 3060 मीटर के ऊँचाई पर बना है। एडवेंचर ट्रिप के शौकिनों को यहाँ जरूर आना चाहिए! यह कोरबा से 70 किमी दूर है। यहां एक किला है जो राजा पृथ्वीदेव प्रथम द्वारा बनाया गया था। किले के तीन दरवाजे हैं जिसे हुमकारा, मेनका, सिंह द्वार के नाम से जाना जाता है। पहाड़ी के टाप पर 5 मीटर वर्ग मीटर का समतल क्षेत्र है जहाँ पांच तालाब है । और एक महिषासुर मर्दिनी का मंदिर है । मंदिर से तीन किमी दूर एक गुफा है जो 25 किमी लम्बा है।
यह पूरी पहाड़ी अपने प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। एसईसीएल और मंदिर ट्रस्ट ने पर्यटकों की सुविधा के लिए कुछ कमरे बनाए हैं कर्वधा का पीढ़ा घाट एक ग्लास टावर बना है। आसपास घूमने लायक बेहतरीन जगहें है। पहाड़ पर अच्छा नजारा देखने को मिलता है।
2 रायगढ़ का माडोसिल्ली जलप्रपात
गोर्मडा अभ्यारण्य के अंदर आता है पिकनिक के लिए अच्छी जगह है। यह सारंगढ़ के पास है। जंगली भैंस यहां देखने को मिल जाएंगे। इसके अलावा नीलगिरी, सांभर, गौर, सियार और जंगली कुत्ता देखने को भी मिलेगा।
3बांगो बुका सतरेंगा पिकनिक स्पाट कोरबा एडवेंचर के शौकिनों के लिए बढ़िया जगह है। यहां के प्राकृतिक दृष्य काफी अच्छे है । यहां आना हो तो सतरेंगा सनसेट, महादेव माउन्टेन, और रिर्जवायर जरूर आना चाहिए।
4 मैनपाट
यह सबसे ठंडी जगह पिकनिक एडवेंचर और सैरसपाटे के लिए बेहतरीन जगह है। इसे छत्तीसगढ़ का षिमला या स्वीट्जरलैण्ड कहते हैं। यह सरगुजा जिले में आता है। प्राकृतिक सुंदरता को निहारने में दिलचस्पी रखने वालों के लिए यह सबसे बढ़िया जगह है। यहाँ पिकनिक और एडवेंचर दोनों ही काम हो सकता है। यहा बौद्ध मंदिर एक प्रमुख आकर्षण का केन्द्र है। इसके अलावा टाईगर पाईट प्रपात,रिर्जाट, वाटर स्पोर्ट, जलाषय, जलजला पाईट देखने बड़ी संख्या में लोग आते हैं।
5 कांकेर जिला का चर्रेमर्रे जलप्रपात
यह अंतागढ़ ब्लाक में आता है यह चारनाई नदी पर बना है बहुत ही सुंदर जगह है।
कांकेर से 15 किमी दूर एक छोटा सा पहाड़ है जहां दूध नदी नील गोंद नामक जगह पर सुंदर दृष्य बनाती है। मलाजकुडुम नामक जगह पर पानी दिन दिषाओं से गिरती है और आकर्षक रूप दिखाई पड़ता है।
6 गंगरेल मुरूम सिल्ली बांध
यह जगह एक बढ़िया टूरिस्ट स्पाट है । यहां के बांध काफी सुंदर हैं और आसपास पर्यटकों के लिए सर्वसुविधा युक्त काटेज बने हैं । इसका एक और नाम रविशंकर बांध है। यह बांध 15 किमी की दूरी पर फैला है। इसमें 10 एम वी विद्युत उत्पादन होता है। यह 15000 क्यूसेक पानी को बांध सकता है।
7 चित्रकोट
यह दोनों काफी प्रसिद्ध जलप्रपात हैं । बस्तर जिले में स्थित है
चित्रकोट जलपप्रात को देखने देषी विदेषी पर्यटक हर साल बड़ी संख्या में आते है। चित्रकोट जलप्रपात बस्तर जिले के लोहण्डी गुढ़ ब्लाक में है जहां 95 फीट की उंचाई से पानी गिरते हुए एक मनमोहक दृष्य बनाती है। इसे मिनी नियाग्रा भी कहा जाता है। यहां आसपास पर्यटकों के लिए कॉटेज और होटल्स बने हैं जहां रात में ठहर के रात में चित्रकोट का नजारा देखा जाता सकता है।
8 तीरथ गढ़ कांगेर घाटी नेष्नल पार्क में मौजूद है। सीढ़ी नुमा ऊँचाई करीब 100 फीट गिरते हुए यह जलप्रपात काफी मनमोहक दृष्य बनाती है। इसी इलाके में राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना भी पायी जाती है।