अभ्यास
1. निम्न प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) पृथ्वी की तीन परतें क्या है?
उत्तरः पृथ्वी की तीन परतें है- पर्पटी, मैंटल और क्रोड
(ख) शैल क्या है?
उत्तरः पृथ्वी की पर्पटी बनाने वाले खनिज पदार्थ के किसी भी प्राकृतिक पिंड को शैल कहते हैं।
(ग) तीन प्रकार की शैलों के नाम लिखें।
आग्नेय, कायांतरित और अवसादी तीन प्रकार के शैलों के नाम हैं।
(घ) बहिर्भेदी एवं अंतर्भेदी शैल का निर्माण कैसे होता है?
उत्तरः 1 बहिर्भेदीः द्रवित लावा के पृथ्वी की सतह पर आने तथा तेजी से ठंडी होकर ठोस बनने पर होती है। उदाहरण बसाल्ट
2 अंतर्भेदी शैलः इसका निर्माण द्रवित लावा के भू-पर्पटी के अंदर गहराई में ही ठंडा हो जाने से बनता है। उदाहरण ग्रेनाईट
(च) शैल चक्र से आप क्या समझते हैं?
उत्तरः एक शैल से दूसरे शैल में परिवर्तन होने की प्रकिया को शैल चक्र कहते हैं।
(छ) शैलों के क्या उपयोग हैं?
उत्तरः शैलों के क्या उपयोग निम्नलिखित तरीके से किया जाता है-
(i)इंधन बनाने में
(ii)दवा बनाने में
(iii)उद्योगों में
(iv)उर्ववरको के निर्माण करने में
(ज) कायांतरित शैल क्या है?
उत्तरः आग्नेय या अवसादी शैल उच्च दाब या ताप के कारण जिस प्रकार के शैलों का निर्माण करती हैं उन्हें कायांतरित शैल कहते है?
कृपया इसे भी देखें जल water
2. सही (
) उत्तर चिह्नित कीजिए-
(क) द्रवित मैग्मा से बने शैल
(i) आग्नेय ![]()
(ii)अवसादी
(iii) कार्याांतरित
(ख) पृथ्वी की सबसे भीतरी परत
(i) क्रोड ![]()
(ii) मॅटल
(iii) पर्पटी
(ग) सोना, पेट्रोलियम एवं कोयला किसके उदाहरण हैं?
(i) शैल
(ii) खनिज ![]()
(iii) जीवाश्म
(घ) शैल, जिसमें जीवाश्म होते हैं
(i) अवसादी शैल ![]()
(ii)कायांतरित शैल
(iii) आग्नेय शैल
(च) पृथ्वी की सबसे पतली परत है।
(i) पर्पटी ![]()
(ii) मैंटल
(iii)क्रोड
3. निम्नलिखित स्तंभों को मिलाकर सही जोड़े बनाइए-
क्रोड -सबसे भीतरी परत
खनिज- इसका एक निष्चित रासायनिक मिश्रण होता है
शैल – सड़क और इमारत बनाने के लिए उपयोग होता है।
चिकनी मिट्टी – स्लेट में बदलता है।
सिएल- पृथ्वी की सतह
4. कारण बताइए-
(क) हम पृथ्वी के केंद्र तक नहीं जा सकते हैं।
उत्तरः पृथ्वी के केंद्र तक पहुँचने के लिए समुद्र की सतह से 6000 किमी गहराई तक खोदना होगा जो असंभव है।
(ख) अवसादी शैल अवसाद से बनती है।
उत्तरः शैल लुढ़ककर, चटककर तथा एक-दूसरे से टकराकर छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाती है। इन छोटे कणों को अवसाद कहते है। ये अवसाद हवा,जल आदि के द्वाराएक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाकर जमा कर दिए जाते हैं। ये अदृढ़ अवसाद दबकर एवं कठोर होकर शैल की परत बनाते हैं । इस प्रकार की शैलों को अवसादी शैल कहते हैं।
(ग) चूना पत्थर संगमरमर में बदलता है।
उत्तरः उच्च दाब या ताप के कारण चूना पत्थर अपना रूप बदलता है। यह कायांतरित शैल का उदाहरण है। इसी चूना पत्थर बाद में संगमरमर का निर्माण होता है।

